कुल पेज दृश्य

गुरुवार, 28 जुलाई 2011

अचूक प्रभावशाली उपाय

अचूक प्रभावशाली उपाय
• बुधवार के दिन मंत्र सिद्ध पूर्ण प्राण प्रतिष्ठित एवं पूर्ण चैतन्य युक्त सरस्वती कवच को धारण करें।
• मंत्र सिद्ध पूर्ण प्राण प्रतिष्ठित एवं पूर्ण चैतन्य युक्त चार और छः मुखी रुद्राक्ष धारण करने से भी स्मरण शक्ति बढती हैं।
• शुद्ध पन्ने (Emrald) रत्न को अभिमंत्रीत कर धारण करने से लाभ होता हैं।
• अपनी पूजन स्थान में या पढाई करने वाले स्थान या रुम में मंत्र सिद्ध पूर्ण प्राण प्रतिष्ठित एवं पूर्ण चैतन्य युक्त सरस्वती यंत्र स्थापीत करने से लाभ प्राप्तहोता हैं।
• हरे मरगच या हकीक की माला………….
• परीक्षा में उत्तीर्ण होने हेतु लाल रंग की कलम (पैन) लें ………..
• मन कि एकाग्रता हेतु प्रतिदिन प्राणायाम करें। विद्यारंभ करने से पूर भी प्राणायाम करना लाभ प्रद होता हैं। प्राणायाम से शरीर में शक्ति का संचार होता हैं और स्फूर्ति उत्पन्न होती हैं।
सोने से पूर्व सरस्वती मंत्र का जप करे एवं सोते समय भी सरस्वती मंत्र का जप करते रहें।
परिक्षा के लिये प्रस्थान करेने से पूर्व गणेश जी के निम्न मंत्र का ध्यानपूर्वक जप करके घर से बाहर निकले करें।
ॐ वक्रतुंड महाकाय सूर्य कोटि समप्रभः।
निर्विघ्नम्कुरु मे देव सर्व कार्येषु सर्वदा॥
प्रश्न पत्र पर पर कुछ भी लिखने से पूर्व उपरछोटे अक्षरो में ………………….
उपरोक्त प्रयोग के करने से अवश्य लाभ प्राप्त होता हैं।

विद्या प्राप्ति के विलक्षण उपाय(टोटके)

• पूर्व की तरफ सिर करके सोने से विद्या की प्राप्ति होती है।
• विद्वानो के मत से विद्या प्राप्ति हेतु ४मुखी एवं ६ मुखी रूद्राक्ष लाल धागे मे धारणकरने से व्यक्ति की बुद्धि तीव्र ओर कुशाग्र एवं विद्या, ज्ञान, उत्तम वाणी की प्राप्त होकर जीवन मे रचनात्मकता आति है
• पढाई मेज पर स्फटिक का श्री यंत्र स्थापीतकरने से स्मरण शक्ति तीव्रे होती हैं एवं खराब विचार दूर होकर उत्तम प्रकार की चिंताधारा उत्पन्न होती हैं, एवं मां सरस्वती और लक्ष्मी का आशिर्वाद सदैव बना रेहता हैं।
• अपने पूजा स्थान पर सरस्वती यंत्र स्थापीत कर प्रति दिन धूप- दीप करने से मां सरस्वती का आशिर्वाद एवं कृपा सदैव बनी रेहती हैं।
• पढाई करते समय पूर्व या उत्तर दिशा की तरफ मुख कर कर पढाई करें।
• पढाई करते समय स्फेद या हलके रंग के कपडो का चुनाव करे ताकी ……….
• पढाई की किताब में मौली का टुकडा रखने से ज्ञान एवं विद्या ……………
• किताब में मोर के पंख रखने से लाभ होता हैं।
• ज्ञान मुद्रा का प्रति-दिन मात्र ५ मिनिट प्रयोग करने से स्मरण शक्ति …………….
• पढाई करने वाली मेज(टेबल) पर शीशा नहीं रखना चहीये। शीशा रखने से मानसिक ……………
• पढाई के समय अपने पीछे खाली जगा न रखे अर्थात ठोस दीवार की और पीठ कर ……………
• अपनी बायीं (राईट हेंड) और पानी से भरा ग्लास रखें …………..
• मेज(टेबल) पर यथा संभव कम सामग्री रखे उस्से एकाग्रता …………..
• मेज(टेबल) को दीवार से थोडा दूर रखे सटाकर………….
• रात को सोने से पूर्व चांदी के ग्लास मे पानी भरकर ……….
• भोजन करते समय चांदी के बरतनो का उपयोग करने ………
• बच्चो को सोमवार का व्रत कर शिव मंदिर में………….
• बुध कि होरा विद्या-बुद्धि अर्थात पढाई के……..
• विद्वानो के मत से काँसे के बर्तन में………..
• अंजीर को बादाम एवं पिस्ता के …………
• प्रतिदिन सूर्यनमस्कार करने और सूर्य को…………..
• लोहे के बर्तन में भोजन करने से बुद्धि का………..
• अष्टमी को नारियल ………….
• स्मरण शक्ति को प्रबल करने के लिये ……….
स्मरण शक्ति को प्रबल करने के लिये

मंगलवार, 10 मई 2011

आरती-जय लक्ष्मी माता

जय लक्ष्मी माता
जय लक्ष्मी माता, मैया लक्ष्मी माता,
तुमको निस दिन सेवत, हरी, विष्णु दाता
जय लक्ष्मी माता
उमा रामा ब्रह्मानी, तुम ही जग माता,
मैया, तुम ही जग माता,
सूर्या चन्द्रमा ध्यावत, नारद ऋषि गाता.
जय लक्ष्मी माता
दुर्गा रूप निरंजनी, सुख संपति दाता,
मैया सुख संपति दाता
जो कोई तुमको ध्याता, रिधी सीधी धन पाता
जय लक्ष्मी माता
तूही है पाताल निवासिनी, तूही शुभ दाता,
मैया तूही शुभ दाता
कर्मा प्रभाव प्रकाशिनी, जगनिधि से तराता,
जय लक्ष्मी माता
जिस घर में तू रहती, सब सुख गुण आता,
मैया सब सुख गुण आता,
सब संभव हो जाता, मन नहीं घबराता.
जय लक्ष्मी माता
तुम बिन यग ना होवे, वस्त्रा ना कोई पता,
मैया वस्त्रा ना कोई पता
ख़ान पान का वैभव, सब तुमसे आता,
जय लक्ष्मी माता
शुभ गुण मंदिर सुंदर, क्षिरोधि जाता,
मैया क्षिरोधि जाता
रतन चारूरदश तुम बिन, कोई नहीं पाता,
जय लक्ष्मी माता
आरती लक्ष्मी जी की, जो कोई नर गाता,
मैया जो कोई नर गाता
उर आनंद समाता, पाप उतार जाता,
जय लक्ष्मी माता
जय लक्ष्मी माता, मैया लक्ष्मी माता,
तुमको निस दिन सेवत, हरी, विष्णु दाता
जय लक्ष्मी माता
जय लक्ष्मी माता
जय लक्ष्मी माता

शनिवार, 23 अप्रैल 2011

इन टोटकों से नहीं होगी पैसों की कमी

सभी चाहते हैं कि उन पर लक्ष्मी की कृपा हो। उनके पास जो लक्ष्मी आए वो उन्हें कभी छोड़कर ना जाए और घर हमेशा धनधान्य से पूर्णहो, यदि आप भी यही चाहते हैं तो नीचे लिखे इन लक्ष्मी प्राप्ति के इन अचूक टोटकों को अपनाकर आप भी मां लक्ष्मी की कृपा प्राप्त कर सकते हैं।
टोटके
- हर पूर्णिमा को सुबह पीपल के वृक्ष पर जल चढ़ाएं।
- तुलसी के पौधे  पर गुरुवार को पानी में थोड़ा दूध डालकर चढ़ाएं।
- यदि आपको बरगद के पेड़ के नीचे कोई छोटा पौधा उगा हुआ नजर आ जाए तो उसे उखाड़कर अपने घर में लगा दें।
- गूलर की जड़ को कपड़े में बांधकर उसे ताबीजमें डालकर बाजु पर बांधे।
- पीपल के वृक्ष की छाया में खड़े होकर लोहे के पात्र में पानी लेकर उसमें दूध मिलाकर उसे पीपल की जड़ में डालने से घर में सुख-समृद्धि बनी रहती है और घर में लक्ष्मी का स्थाई निवास होता है।

टोटका: सपने में आकर मनोकामना पूरी करते हैं हनुमान

तंत्र ज्योतिष के अंतर्गत कई चमत्कारी टोटके हैं, जिनके माध्यम से आप सपनें में भगवान की कृपा प्राप्त कर सकते हैं। ऐसा ही एक टोटका यह भी है जिसमें हनुमानजी सपने मेंआकर साधक को मनोकामना पूर्ति का आशीर्वाद देते हैं। यह अनुष्ठान 81 दिन है। कोई अच्छामुहूर्त देखकर इसे प्रारंभ करना चाहिए।
विधि
कोई शुभ दिन व मुहूर्त देखकर सुबह उठकर नित्य कर्म से निवृत्त होकर साफ वस्त्र धारण करें। अब एक लोटा जल लेकर हनुमानजी के मंदिर में जाएं और उस जल से हनुमानजी की मूर्ति को स्नान कराएं पहले दिन एक दाना उड़द हनुमान के सिर पर रखकर ग्यारह परिक्रमा करें और मन ही मन अपनी मनोकामना हनुमानजी के सामने कहें और वह उड़द का दाना लेकर घर लौट आएं तथा उसे अलग रख दें।
दूसरे दिन से एक-एक उड़द का दाना रोज बढ़ाते रहें व यही प्रक्रिया करते रहें। 41 दिन 41 दाने रखकर बाद में 42 वें दिन से एक-एक दाना कम करते रहें। जैसे 42 दिन 40, 43 वें दिन 39और 81 वें दिन 1 दाना। 81 दिन का यह अनुष्ठान पूर्ण होने पर उसी दिन रात में श्रीहनुमानजी स्वप्न में दर्शन देकर साधक को मनोकामना पूर्ति का आशीर्वाद देते हैं। इस पूरी विधि के दौरान जितने भी उड़द के दाने आपने हनुमानजी को चढ़ाएं हो उन्हें नदी में प्रवाहित कर दें।

दनादन पूरे होंगे काम करें इस गणेश मंत्र के साथ दिन की शुरुआत

जब शुरुआत बेहतरीन हो तो उससे मिलने वाले नतीजे भी शानदार होते हैं। सफलता का सिलसिला कायम रहता है। ऐसी स्थिति तन, मन और विचारों में उमंग और उत्साह बनाए रख भय, चिंता, तनाव व थकान को दूर रखती है।
हिन्दू धर्म में भगवान गणेश की उपासना दिल और दिमाग को इसी तरह चुस्त-दुरुस्त रखने वाली ही होती है। क्योंकि गणपति विघ्रनाशक और संकटहर्ता माने गए हैं। उनकी ऐसी ही शक्तियों के कारण से ही किसी काम की शुरुआत को प्रतीक रूप में 'श्री गणेश करना' ही बोला जाता है।
अगर आप भी नौकरी, व्यवसाय से जुड़े हों, गृहस्थ या विद्यार्थी हैं तो दिन की शुरुआत खासतौर पर बुधवार के दिन भगवान श्री गणेश कीपूजा से करें और यहां बताए जा रहे मंत्र विशेष बोलें -
- स्नान कर थोड़ा समय निकाल देवालय में भगवान श्री गणेश की पूजा करें।
- प्रतिमा की पूजा करने पर पंचामृत या पवित्र जल से स्नान कराएं (यह संभव न हो तो गणपति की तस्वीर की पूजा ही करें)
- स्नान के बाद गंध, फूल, अक्षत, दूर्वा, सिंदूर, कलेवा चढ़ाकर मोदक या लड्डू का भोग लगाएं।
- पूजा के बाद धूप, दीप लगाकर श्री गणेश  के इन विघ्रनाशक मंत्रों को बोलें और कार्य में बाधाओं से रक्षा की कामना करें -
- ऊँ श्री विघ्रेश्वराय नम: या ऊँ गं गणपतये नम:।
यह गणेश मंत्र भी बोलें -
वक्रतुंड महाकाय सूर्यकोटि समप्रभं।
निर्विघ्रं कुरू मे देव सर्व कार्येषु सर्वदा।
- श्री गणेश की आरती कर क्षमाप्रार्थना कर प्रसाद ग्रहण कर अपने काम पर जाएं।

जब लगी हो बुरी नजर, यह उपाय करें

हम अक्सर यह सुनते हैं कि बच्चे को बुरी नजर लग गई या नजर लगने से दुकान बंद हो गई। नजर किसी भी सुंदर या अच्छी चीज को लग सकती है जैसे- सुंदर बच्चे को, दुकान को, घर को आदि। ऐसे में बुरी नजर से मुक्ति पाने के लिए टोने- टोटके ही अपनाएं जाते हैं। अगर आपके घर के किसी सदस्य या आप पर बुरी नजर का प्रभाव है तो नीचे लिखे टोटके अपनाकर बुरी नजर से मुक्ति पा सकते हैं।
उपाय
- नारियल को काले कपड़े में बांधकर सिलकर घर से बाहर लटका दें तो घर पर बुरी नजर का प्रभाव नहीं पड़ता।
- थोड़ी सी साबुत फिटकरी लेकर नजर लगी दुकान पर से 31 बार उसारें। फिर किसी चौराहे पर जाकर उसे उत्तर दिशा में फेंककर पीछे देखें बिना लौट जाएं। दुकान पर लगी नजर दूर हो जाएगी।
- थोड़ी सी राई, नमक, आटा और सात सूखी लाल मिर्च लेकर नजर दोष से पीडि़त व्यक्ति के सिर पर से सात-बार घुमाकर आग में डाल दें। नजरदोष होने से मिर्च जलने पर गन्ध नहीं आएगी।
- घर के निकट वृक्ष की जड़ में शाम को थोड़ा सा कच्चा दूध डाल दें। फिर गुलाब की अगरबत्ती जलाएं। नजरदोष दूर हो जाएगा।
- मंगलवार को हनुमान मन्दिर जाकर हनुमान जी के कन्धे का सिंदूर लाकर लगाने से बुरी नजर का प्रभाव दूर हो जाता है।
- पुराने कपड़े की सात चिंदियां लेकर सिर पर से 21 बार उसारकर आग में जलाने से बच्चे को लगी नजर समाप्त हो जाती है।
- पीली कौड़ी में छेद करके बच्चे को पहनाने से उसे नजर नहीं लगती।
- नए मकान की चौखट पर काले धागे से पीली कौड़ी बांधने से उस पर बुरी नजर नहीं लगती है।